एक ही आवास को दो हितग्राहियों के नाम पर स्वीकृति, धन आहरण के बाद भी एक मकान ही निर्मित – गंभीर अनियमितता उजागर

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोरबी धतूरा में हितग्राहियों द्वारा योजना का दुरुपयोग किए जाने का एक गंभीर मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार, धनसिंह पिता मयाराम एवं नारायण पिता धनसिंह — दोनों को योजना के अंतर्गत पात्र घोषित किया गया था, और दोनों के नाम स्वीकृत सूची में दर्ज किए गए थे। शासन द्वारा प्रत्येक हितग्राही के खाते में ₹1,20,000 की राशि आवास निर्माण हेतु अंतरित की गई।

हालांकि, जांच में पाया गया कि दोनों हितग्राहियों द्वारा केवल एक ही मकान का निर्माण किया गया है और उसे दोनों के नाम का बताकर जियो टैग करवा कर पोर्टल पर अपलोड किया गया। यह स्पष्ट रूप से योजना की शर्तों और नियमों का उल्लंघन है, क्योंकि दो अलग-अलग हितग्राहियों के लिए दो पृथक आवासों का निर्माण किया जाना अनिवार्य था।

सूत्रों के अनुसार, हितग्राहियों ने रोजगार सहायक को गुमराह कर दबाव बनाते हुए उक्त जियो टैगिंग प्रक्रिया को पूर्ण कराया, जिससे शासन को भ्रमित कर योजना की राशि प्राप्त कर ली गई। इस पूरे मामले में विशेष चिंता का विषय यह है कि एक हितग्राही द्वारा कोई मकान निर्मित ही नहीं किया गया, फिर भी उसे संपूर्ण राशि प्राप्त हो चुकी है। बहरहाल मामले में जांच कर उचित कार्यवाही की मांग की जा रही है।

Rajdhani Se Janta Tak
Author: Rajdhani Se Janta Tak

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