बंधन का पावन उत्सव: राखी की डोर में सजे प्रेम और सुरक्षा के वचन”

आज देशभर में भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन धूमधाम और पारंपरिक उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही घर-घर में तैयारियों का माहौल देखने को मिला। बहनों ने सुहावने सवेरे से ही थाल सजाना शुरू कर दिया, जिसमें चावल, रोली, दीपक, मिठाई और रंग-बिरंगी राखियां रखी गईं। भाई-बहन के इस पवित्र मिलन के पल को और यादगार बनाने के लिए परिवारों में खास पकवान और मिठाइयां भी तैयार की गईं।

बाजारों में रौनक देखते ही बन रही है। मिठाइयों की दुकानों पर लंबी कतारें, राखी की दुकानों पर भीड़ और बच्चों में उत्साह का अलग ही नजारा है। रंग-बिरंगी राखियों से लेकर आकर्षक गिफ्ट पैक तक, हर कोई अपनी पसंद के मुताबिक खरीदारी कर रहा है। वहीं, ऑनलाइन माध्यम से भी इस पर्व की चमक देखी जा रही है—दूर रह रही बहनों ने कुरियर और डिजिटल माध्यम से अपने भाइयों को राखियां भेजीं, तो भाइयों ने भी गिफ्ट और शुभकामनाएं पहुंचाईं।

मंदिरों और धार्मिक स्थलों में विशेष पूजा-अर्चना आयोजित की गई। पंडितों ने रक्षासूत्र का महत्व बताते हुए कहा कि यह केवल एक धागा नहीं, बल्कि प्रेम, विश्वास और सुरक्षा का पवित्र वचन है। इस अवसर पर समाजसेवी संगठनों ने अनोखी पहल करते हुए सैनिकों और पुलिस जवानों की कलाई पर राखी बांधकर उनका आभार व्यक्त किया और उनकी सुरक्षा के लिए प्रार्थना की।

रक्षाबंधन केवल एक त्यौहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते में समर्पण, स्नेह और जिम्मेदारी का भाव जगाने वाला दिन है। यह पर्व हर साल हमें याद दिलाता है कि रिश्तों की मजबूती भौतिक उपहारों में नहीं, बल्कि दिल से निभाए गए वचनों और प्रेम में छिपी होती है। आज का दिन इस संदेश के साथ समाप्त होगा कि चाहे समय कितना भी बदल जाए, राखी की डोर कभी कमजोर नहीं होगी।

 

Vicky Mahant
Author: Vicky Mahant

यह भी पढ़ें

[democracy id="1"]
August 2025
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
25262728293031

टॉप स्टोरीज